पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री श्री सुशीलकुमारजी
शिंदे के शुभ हस्ते
श्री ब्रिजमोहनजी फोफलिया “रुग्णसेवा शिरोमणी पुरस्कार” से सम्मानित
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सोलापुर: सुप्रसिद्ध व्यवसायी एवं वरिष्ठ समाजिक कार्यकर्ता श्री ब्रिजमोहनजी फोफलिया को प्राप्त पुरस्कारों में एक नया पुरस्कार और जुड़ गया है। वो है श्री ब्रिजमोहनजी को हाल ही में प्राप्त "रूग्णसेवा शिरोमणि पुरस्कार"। सोलापुर शहर में आयोजित एक भव्य समारोह में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत सरकार के पूर्व केन्द्रीय गृहमंत्री श्री सुशीलकुमारजी शिंदे के करकमलों से श्री ब्रिजमोहनजी फोफलिया को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
गौरतलब है कि सामूहिक विवाह के प्रणेता श्री ब्रिजमोहनजी अब तक 2100 लोगों को अपनी ओर से मुफ्त डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध करवा चुके हैं। इसके अतिरिक्त भी समय-समय पर श्री ब्रिजमोहनजी विभिन्न प्रकार से जरूरतमंदों को चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध करवाते रहते हैं। इन क्रियाकलापों के साथ ही इनके द्वारा २१ साल से ब्रिजधाम वृद्धाश्रम में वृद्धो की सेवा, शैक्षणिक संस्था - ब्रिजमोहन फोफलिया आयडियल स्कुल, आयएनएफडी ब्रिजमोहन फोफलिया फँशन डिझायनिंग एव इंटीरीयर डेकोरेशन कॉलेज, ब्रिजमोहन फोफलिया नेत्रालय के माध्यम से विनामुल्य आँखों के आँपरेशन, सोलापुर शहर में कारखानो की हरताल के समय पीड़ित चार लाख कर्मचारियों को विनामुल्य भोजन, सोलापुर में संचारबंदी के दौरान ९ दिन तक पोलिस, टास्क फ़ोर्स, और सिव्हिल हाँस्पीटल के मरीजों को दोंनो समय का खाना , अनेक गावों मे जाकर किसानोंके एवम आत्महत्याग्रस्त किसानोंके बेटे - बेटियों का सामूहिक विवाह, आध्यात्मिक में अनेक संतोके प्रवचन शृंखला के भव्य आयोजन आदि प्रकार के सेवाकार्य स्तुत्य हैं।
श्री सुशीलकुमारजी शिंदेने श्री फोफलियाजी की सेवा भावना की तहेदिल से प्रशंसा करते हुए कहा कि समाज के प्रति उनकी यह प्रतिबद्धता उन्हें सम्मान और पुरस्कार का हकदार बनाती है। साथ ही श्री शिंदे ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि निकट भविष्य में श्री ब्रिजमोहनजी फोफलिया को "पद्मश्री" पुरस्कार से सम्मानित किया जाए इस हेतु मैं प्रयासर रहूँगा।
अपने सम्मान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए अपने उद्बोधन में श्री फलियाजीने कहा कि मुझे मेरे आध्यात्मिक गुरु जगद्गुरु निम्बार्काचार्य श्री 'श्रीजी' महाराज ने "नर सेवा - नारायण सेवा" का मार्ग दिखाया है और मैं इसी मार्ग पर निर्बाध गति से चल रहा हूं। मैं रोज ईश्वर से स्वयं को समाजहित में समर्पित भाव से क्रियाशील रखने की प्रार्थना करता हूं। जनहितार्थ के कार्य करता रहू इसलिये आप सभी के आशिर्वाद चाहता हूँ। व्यवसाय से प्राप्त अपनी आमदनी का 90% हिस्सा परोपकार के कार्यों में खर्च करते हुए अपने मानव जीवन को सार्थक करने का प्रयास करता रहता हूँ।
कार्यक्रम की प्रस्तावना पर पूर्व उपमहापौर श्री राजेन्द्रजी कलंत्री ने प्रकाश डाला इस अवसरपर स्थानीय विधायक प्रणितीताई शिंदे, नगरसेवक चेतन नरोटे, कांग्रेस शहराध्यक्ष प्रकाश वाले, चंद्रकांत तापडिया, शामसुंदरजी बलदवा , गोपालजी खंडेलवाल, इंदरमलजी जैन सहित बड़ी संख्या में राजस्थानी समाज के भाई - बहन सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और शैक्षणिक क्षेत्र के महानुभाव उपस्थित थे। प्रोफेसर महावीर शास्त्री ने पूरे कार्यक्रम का सफल संचालन किया। यह कार्यक्रम श्री ब्रिजमोहनजी फोफलिया " राधे राधे निवासस्थान पर संपन्न हुआ |
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सोलापुर: सुप्रसिद्ध व्यवसायी एवं वरिष्ठ समाजिक कार्यकर्ता श्री ब्रिजमोहनजी फोफलिया को प्राप्त पुरस्कारों में एक नया पुरस्कार और जुड़ गया है। वो है श्री ब्रिजमोहनजी को हाल ही में प्राप्त "रूग्णसेवा शिरोमणि पुरस्कार"। सोलापुर शहर में आयोजित एक भव्य समारोह में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत सरकार के पूर्व केन्द्रीय गृहमंत्री श्री सुशीलकुमारजी शिंदे के करकमलों से श्री ब्रिजमोहनजी फोफलिया को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
गौरतलब है कि सामूहिक विवाह के प्रणेता श्री ब्रिजमोहनजी अब तक 2100 लोगों को अपनी ओर से मुफ्त डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध करवा चुके हैं। इसके अतिरिक्त भी समय-समय पर श्री ब्रिजमोहनजी विभिन्न प्रकार से जरूरतमंदों को चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध करवाते रहते हैं। इन क्रियाकलापों के साथ ही इनके द्वारा २१ साल से ब्रिजधाम वृद्धाश्रम में वृद्धो की सेवा, शैक्षणिक संस्था - ब्रिजमोहन फोफलिया आयडियल स्कुल, आयएनएफडी ब्रिजमोहन फोफलिया फँशन डिझायनिंग एव इंटीरीयर डेकोरेशन कॉलेज, ब्रिजमोहन फोफलिया नेत्रालय के माध्यम से विनामुल्य आँखों के आँपरेशन, सोलापुर शहर में कारखानो की हरताल के समय पीड़ित चार लाख कर्मचारियों को विनामुल्य भोजन, सोलापुर में संचारबंदी के दौरान ९ दिन तक पोलिस, टास्क फ़ोर्स, और सिव्हिल हाँस्पीटल के मरीजों को दोंनो समय का खाना , अनेक गावों मे जाकर किसानोंके एवम आत्महत्याग्रस्त किसानोंके बेटे - बेटियों का सामूहिक विवाह, आध्यात्मिक में अनेक संतोके प्रवचन शृंखला के भव्य आयोजन आदि प्रकार के सेवाकार्य स्तुत्य हैं।
श्री सुशीलकुमारजी शिंदेने श्री फोफलियाजी की सेवा भावना की तहेदिल से प्रशंसा करते हुए कहा कि समाज के प्रति उनकी यह प्रतिबद्धता उन्हें सम्मान और पुरस्कार का हकदार बनाती है। साथ ही श्री शिंदे ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि निकट भविष्य में श्री ब्रिजमोहनजी फोफलिया को "पद्मश्री" पुरस्कार से सम्मानित किया जाए इस हेतु मैं प्रयासर रहूँगा।
अपने सम्मान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए अपने उद्बोधन में श्री फलियाजीने कहा कि मुझे मेरे आध्यात्मिक गुरु जगद्गुरु निम्बार्काचार्य श्री 'श्रीजी' महाराज ने "नर सेवा - नारायण सेवा" का मार्ग दिखाया है और मैं इसी मार्ग पर निर्बाध गति से चल रहा हूं। मैं रोज ईश्वर से स्वयं को समाजहित में समर्पित भाव से क्रियाशील रखने की प्रार्थना करता हूं। जनहितार्थ के कार्य करता रहू इसलिये आप सभी के आशिर्वाद चाहता हूँ। व्यवसाय से प्राप्त अपनी आमदनी का 90% हिस्सा परोपकार के कार्यों में खर्च करते हुए अपने मानव जीवन को सार्थक करने का प्रयास करता रहता हूँ।
कार्यक्रम की प्रस्तावना पर पूर्व उपमहापौर श्री राजेन्द्रजी कलंत्री ने प्रकाश डाला इस अवसरपर स्थानीय विधायक प्रणितीताई शिंदे, नगरसेवक चेतन नरोटे, कांग्रेस शहराध्यक्ष प्रकाश वाले, चंद्रकांत तापडिया, शामसुंदरजी बलदवा , गोपालजी खंडेलवाल, इंदरमलजी जैन सहित बड़ी संख्या में राजस्थानी समाज के भाई - बहन सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और शैक्षणिक क्षेत्र के महानुभाव उपस्थित थे। प्रोफेसर महावीर शास्त्री ने पूरे कार्यक्रम का सफल संचालन किया। यह कार्यक्रम श्री ब्रिजमोहनजी फोफलिया " राधे राधे निवासस्थान पर संपन्न हुआ |
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